कुरान - 46:6 सूरह अल-अहक़ाफ़ हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफसीर (तफ्सीर).

وَإِذَا حُشِرَ ٱلنَّاسُ كَانُواْ لَهُمۡ أَعۡدَآءٗ وَكَانُواْ بِعِبَادَتِهِمۡ كَٰفِرِينَ

तथा जब लोग एकत्र किए जाएँगे, तो वे उनके शत्रु होंगे और उनकी इबादत का इनकार करने वाले होंगे।[3]

सूरह अल-अहक़ाफ़ आयत 6 तफ़सीर


3. इस विषय की चर्चा क़ुरआन की अनेक आयतों में आई है। जैसे सूरत यूनुस, आयत : 290, सूरत मरयम, आयत : 81-82, सूरतुल-अनकबूत, आयत : 25 आदि।

अल-अहक़ाफ़ सभी आयतें

Sign up for Newsletter