निःसंदेह जो लोग हमारी आयतों में टेढ़ापन अपनाते हैं, वे हमसे छिपे हुए नहीं हैं। तो क्या जो व्यक्ति आग में डाला जाएगा, वह उत्तम है अथवा जो क़ियामत के दिन निश्चिंत होकर आएगा? तुम जो चाहो करो। निःसंदेह, तुम जो कुछ करते हो, वह उसे ख़ूब देखने वाला है।[12]
सूरह हामीम अस-सजदा आयत 40 तफ़सीर
12. अर्थात तुम्हारे मनमानी करने का कुफल तुम्हें अवश्य देगा।
सूरह हामीम अस-सजदा आयत 40 तफ़सीर