"176. यह (सज़ा) इसलिए है क्योंकि अल्लाह ने किताब हक़ के साथ नाज़िल की है [375], और बेशक, जो लोग किताब के बारे में झगड़ते हैं, वो गहरे फसाद (मतभेद) में पड़े हुए हैं।" [375]
अल्लाह की तरफ़ से सच्ची किताब का नुज़ूल
सीख:
यह आयत हमें बताती है कि अल्लाह की किताबें हमेशा हक़ के साथ आई हैं, और जो भी उनमें जानबूझकर शक या झगड़ा करता है, वह सिर्फ अपने आपको गुमराही में डाल रहा है। हमें किताब को समझकर, दिल से मानकर और अमल करके उसकी रोशनी में चलना चाहिए।
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सूरह अल-बक़रा आयत 176 तफ़सीर